अन्ना भी लगे हैं
बाबा भी लगे हैं
क्या इतिहास
फिर से दुहराया जाने वाला है
या फिर कुछ नया होने वाला है
रब तो केवल इक जेपी थे
पर अब तो अन्ना- बाबा दोनों हैं
मुझे तो चिंता इस देश की लगी है
आज क्या होगा?
कल क्या होगा?
सारा मामला फ़िल्मी हो चला है
सरकार तो विलेन बन गई है
बाबा -अन्ना हीरो हैं
अगर कहानी का अंत
हिंदी फिल्मो की तरह हो
तो अच्छा होगा
भाई हैप्पी एंडिंग तो
होनी ही चाहिए .